कॅरोना से बात-चीत

शिकवा :-
बहोत डरते हैं हम तुमसे कॉरोना
हमारे पीछे तुम मत पड़ोना
हमारी जान लेकर क्या मिलेगा
खुदा के वास्ते ऐसा मत करो ना

जवाब  शिकवा :-
तुम्हारे ही गुनाहों की सजा हूँ
माफी मांगो सभी तौबा करो ना
बड़े बेफिक्र फिरते थे जहां में
अब थोड़ा रब से भी तुम डरो ना
अगर बचना है तुमको वायरस से
जिस्म और दिल दोनों साफ रखो ना

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